SEMINAR AND CONFERENCE Details
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गाँधी फैज़-ए -आम कॉलेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष जनाब सैयद मोईनुद्दीन के निर्देशन में अर्थशास्त्र विभाग के तत्वावधान में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार( ऑनलाइन सेमिनार )का आयोजन किया गया जिसके विषय रहे "भारतीय अर्थव्यवस्था में कोरोना से उत्पन्न संकट एवं सार्वजनिक नीतियाँ" तथा "भारत में प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा एवं भविष्य की चुनौतियाँ"।
Posted by GF Collegeगाँधी फैज़-ए -आम कॉलेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष जनाब सैयद मोईनुद्दीन के निर्देशन में अर्थशास्त्र विभाग के तत्वावधान में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार( ऑनलाइन सेमिनार )का आयोजन किया गया जिसके विषय रहे "भारतीय अर्थव्यवस्था में कोरोना से उत्पन्न संकट एवं सार्वजनिक नीतियाँ" तथा "भारत में प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा एवं भविष्य की चुनौतियाँ"।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता जद्दा विश्वविद्यालय ,सऊदी अरब के प्रोफेसर मोहम्मद सईद खाँ ने अपने वक्तव्य में कहा कि पहले से ही मुश्किल झेल रही भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कोरोना वायरस का हमला एक बड़ी मुसीबत लेकर आया है। लॉकडाउन के इस पूरे दौर में सर्वाधिक असर विमानन, पर्यटन एवं होटल सेक्टर पर पड़ने वाला है। आने वाले समय में मंदी , बेरोजगारी, भुखमरी, बंधुआ मजदूरी की समस्या देखने को मिलेगी।
विशिष्ट वक्ता अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शहरोज़ आलम रिज़वी ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं को लेकर अपनायी गयी सरकारी नीतियां विफल रही हैं। अब मनरेगा ही इन मजदूरों के लिए कुछ राहत दे सकता है।
संगोष्ठी के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर जमील अहमद ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के शब्दों में कहें तो हमें जान के साथ साथ जहान को भी बचाना है। अपने लोगों की जीविका बचाने के लिए आर्थिक स्तर पर कुछ ठोस कदम उठाने होंगे।
वेबिनार के समन्वयक डॉ. मोहम्मद तारिक व संचालन डॉ. कामरान हुसैन खान ने किया।
अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. अब्दुल मोमिन ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
वेबिनार में डॉ. अब्दुल वहाब, डॉ. नईमुद्दीन सिद्दीकी, डॉ. फैय्याज अहमद, डॉ. अनुराग अग्रवालडॉ. सुहैल अख्तर नक़वी,डॉ. आयेशा जेबी, डॉ. मुसव्विर रिज़वी , डॉ. तनवीर आलम, डॉ. मसीउल्लाह खान, डॉ. रईस अहमद, डॉ. नसीम अहमद, डॉ. शीबा महज़बी, डॉ. शहज़ाद अहमद, डॉ. स्वपनिल यादव, डॉ. नीलम टंडन सहित देश विदेश के अतिथि विद्वानों ने शिरकत की।
प्रोफ़ेसर जमील अहमद
प्राचार्य