SEMINAR AND CONFERENCE Details
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लाइब्रेरी एवं इंफॉर्मेशन साइंस विभाग और रीडर्स डे पर ''हाऊ टू इनक्रीज रिडिंग हैबिटस अमंग यूज़र्स, टीचर्स एवम स्टूडेंट्स ' विषय पर वेबीनार का आयोजन किया गया।
Posted by GF Collegeगांधी फ़ैज़ ए आम महाविद्यालय की प्रबंध समिति के अध्यक्ष सैयद मोइनुद्दीन के निर्देशन में रीडर्स डे पर ''हाऊ टू इनक्रीज रिडिंग हैबिटस अमंग यूज़र्स, टीचर्स एवम स्टूडेंट्स ' विषय पर वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार का आयोजन लाइब्रेरी एवं इंफॉर्मेशन साइंस विभाग और कोविड-19 स्टूडेंट हेल्प सेल के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। इस नेशनल वेबिनार का आरंभ तिलावते कुरान पाक द्वारा डॉ.खलील अहमद ने किया और विषय स्थापना लाइब्रेरियन और संयोजक सैयद अनीस अहमद ने की। वेबीनार में बोलते हुए वक्ता कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के डॉ. सुचेतन कुमार ने कहा कि किताबे हमें धर्म जाति और वैमनस्य की दीवारों से बाहर निकालती हैं और हमारे चिंतन को बढ़ाती है, हम जितने बेहतर लेखक की किताबें पढ़ते हैं हमारा चिंतन का स्तर उतना ही उच्च होता है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ के प्रो. महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा किताबों के बिना दुनिया में कोई बदलाव नहीं लाया जा सकता आप चाहे कला विज्ञान खेल किसी भी क्षेत्र से आते हो सीख आप केवल किताबों से ही सकते हैं।नई दिल्ली के न्यू एनर्जी और इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी ऑर्गेनाइजेशन के वरिष्ठ रिप्रेजेंटेटिव प्रोफेसर अब्दुल मुईद सिद्दीकी ने कहा कि आज के समय पर हमारे मस्तिष्क पर बहुत ज्यादा दबाव है हम मानसिक असंतुलन के दौर से गुजर रहे हैं ऐसे में मोटीवेटर लेखकों द्वारा लिखी गई किताबें हमें तमाम मानसिक परेशानियों से बाहर निकालने में सक्षम रहती हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जमील अहमद ने कहा कि किसी भी संस्था के पास जितनी बड़ी लाइब्रेरी होगी और उसमें जितनी ज्यादा बेहतर किताबें होंगी उस संस्था की गुणवत्ता उतनी ही ज्यादा होगी इसलिए शिक्षकों का कर्तव्य है कि वह छात्र-छात्राओं तक पुस्तकों की पहुंच को बढ़ाएं ।वेबीनार का संचालन डॉ. स्वप्निल यादव ने किया और आभार डॉ. फैयाज अहमद ने व्यक्त किया। वेबीनार में डॉ. अब्दुल मोमिन,डॉ. नसीमुश्शान, डॉ. नईम उद्दीन सिद्दीकी,डॉ. युक्ति माथुर, डॉ. आकाश कुमार सिह, डॉ. नीलम टंडन,आनंद मोहन पांडे,जहीर अहमद, आदि उपस्थित रहे।