SEMINAR AND CONFERENCE Details
-
गांधी फैज़-ए-आम महाविद्यालय की सोसाइटी ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। कॉन्फ्रेंस का विषय 'चैलेंजेस फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन एग्रीकल्चर एंड ड्रग डेवलपमेंट' रहा कॉन्फ्रेंस में मलेशिया, नाइजीरिया, सऊदी अरेबिया, बांग्लादेश के साथ-साथ भारत के तमिलनाडु, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश आदि प्रदेशों से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
Posted by GF Collegeगांधी फैज़-ए-आम महाविद्यालय की सोसाइटी ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। कॉन्फ्रेंस का विषय 'चैलेंजेस फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन एग्रीकल्चर एंड ड्रग डेवलपमेंट' रहा कॉन्फ्रेंस में मलेशिया, नाइजीरिया, सऊदी अरेबिया, बांग्लादेश के साथ-साथ भारत के तमिलनाडु, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश आदि प्रदेशों से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता प्रबंध समिति के अध्यक्ष सैयद मोईनुद्दीन ने की।
मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए मलेशिया के प्रोफेसर मिर्ज़ा हसनुज़मन ने कहा कि बायोटेक्नोलॉजी इस बदलते पर्यावरण खतरे में एक अत्यंत महत्वपूर्ण हथियार है जिसके द्वारा हम फसलों को और बेहतर बना सकते हैं और उनसे ज्यादा उत्पाद ले सकते हैं। विभिन्न जैविक एवं पर्यावरणीय दबाव के चलते पौधे विभिन्न खतरों में घिर जाते हैं। बायोटेक्नोलॉजी द्वारा उनके अंदर बेहतर जीन डालकर उन्हें और बेहतर बना सकते हैं।
सऊदी अरब के प्रोफेसर खालिद रमन हकीम ने प्रोटियोमिक्स विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि हम नई संरचना तैयार करके प्रोटीन को और बेहतर और कारगर बना सकते हैं जिससे तमाम रोगों का इलाज संभव है।
प्राचार्य प्रोफेसर जमील अहमद ने कहा कि बदलते दौर में छात्र छात्राओं को बायोटेक्नोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी की नई तकनीकों को सीखना चाहिए और मानव जाति को बचाने के लिए विज्ञान का प्रयोग करना चाहिए।
कॉन्फ्रेंस की सोवेनियर का विमोचन भी प्राचार्य जमील अहमद ने द्वारा किया गया जिसका सम्पादन डॉ. स्वप्निल यादव , डॉ. मोहम्मद सईद अख्तर और डॉ. अब्दुल मोहेमन ने किया है।
कॉन्फ्रेंस में नाइजीरिया के ए. एस. पाइको, हैदराबाद के मोहम्मद काशिफ हुसैन और बनारस के वेद मिश्रा को युवा वैज्ञानिक पुरस्कार दिया गया ।
पोस्टर सेशन में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की नुज़हत जबीन को प्रथम पुरस्कार, सऊदी अरबिया के हबीबुर्रहमान और श्रीनगर के सुहेल अल्ताफ को द्वितीय एवं हरियाणा के रजत लल्लर को तृतीय पुरस्कार दिया गया ओरल प्रेजेंटेशन में जीएफ कॉलेज की शफ़क़ आसिफ खान प्रथम, सऊदी अरब के अदनान कौसर को द्वितीय एवं जीएफ कालेज की उन्नति मिश्रा एवं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ की गालीया शमीम अंसारी को तृतीय पुरस्कार दिया गया।
निर्णायक मंडल में डॉ मोहम्मद सईद अख्तर और डॉक्टर अब्दुल महिमन रहे।
कॉन्फ्रेंस का संचालन एवं आभार कांफ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉक्टर स्वप्निल यादव ने किया।
कॉन्फ्रेंस में डॉ. मोहम्मद सईद , डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा , डॉ. मधु गौतम, डॉ. सिद्धांत, डॉ.अनिल कुमार, सौरभ पण्डे, अब्बू ज़ैद, महाविद्यालय के सैयद अनीस अहमद ,डॉ. फैयाज अहमद , सैयद सोहेल अख्तर नकवी ,डॉ. मोहसिन हसन खान, डॉ. मोहम्मद शोएब, आदि उपस्थित रहे।